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भारत बनाम बांग्लादेश(India Vs Bangladesh): चेन्नई की पिच पर अश्विन का धमाका, जडेजा संग 195 रन की ऐतिहासिक साझेदारी
भारत और बांग्लादेश(India Vs Bangladesh) मे बांग्लादेश का टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला: शुरुआती सफलता
भारत और बांग्लादेश(India Vs Bangladesh) का चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले जा रहे इस टेस्ट सीरीज के पहले मैच में बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हसन शांतो ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। उनका यह फैसला बिलकुल सही साबित हुआ जब हसन महमूद और अन्य गेंदबाजों ने शुरुआती ओवरों में ही भारतीय बल्लेबाजों को वापस पवेलियन भेज दिया। महज 34 रन पर ही भारत के तीन प्रमुख बल्लेबाज आउट हो गए। रोहित शर्मा और विराट कोहली ने केवल 6-6 रन बनाए, जबकि शुभमन गिल खाता भी नहीं खोल सके। इन तीनों विकेटों को झटककर बांग्लादेशी गेंदबाजों ने भारत को बैकफुट पर ला दिया।
मिडिल ऑर्डर का संघर्ष और निराशा: 144 रन पर 6 विकेट
टीम इंडिया के लिए यशस्वी जायसवाल ने ऋषभ पंत के साथ मिलकर भारतीय पारी को संभालने की कोशिश की। दोनों ने कुछ देर तक टिकते हुए 96 रन की साझेदारी की, लेकिन हसन महमूद ने पंत को आउट करके बांग्लादेश की टीम को राहत दी। यशस्वी जायसवाल भी अच्छे लय में दिख रहे थे, लेकिन वे 56 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद केएल राहुल (16) भी ज्यादा देर तक नहीं टिक सके। इस बीच, भारतीय टीम ने 144 रन के स्कोर तक पहुंचते-पहुंचते अपने 6 विकेट खो दिए। यह वह वक्त था जब लग रहा था कि भारत 200 रन भी नहीं बना पाएगा।
अश्विन और जडेजा ने पलट दी बाजी: बांग्लादेश के गेंदबाजों का सपना टूटा
इस नाजुक स्थिति में, जब भारतीय टीम का स्कोर 144/6 था और संकट गहराता दिख रहा था, तब रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने क्रीज पर कदम रखा। बांग्लादेशी गेंदबाजों की बढ़िया शुरुआत के बावजूद, अश्विन और जडेजा ने धैर्य और आत्मविश्वास के साथ खेलना शुरू किया। इन दोनों ने बांग्लादेशी गेंदबाजों को हावी नहीं होने दिया और धीरे-धीरे रन बटोरते रहे। अश्विन ने अपनी क्लासिक शैली में खेलते हुए 102 रन की नाबाद पारी खेली, जबकि जडेजा ने भी 86 रन बनाकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। इन दोनों ने मिलकर 195 रन की ऐतिहासिक साझेदारी की, जिसने खेल का पूरा नक्शा बदल दिया।
अश्विन की शतकीय पारी: बांग्लादेश के गेंदबाजों के लिए बुरा सपना
रविचंद्रन अश्विन, जो मुख्य रूप से एक गेंदबाज के रूप में जाने जाते हैं, उन्होंने इस मैच में अपनी बल्लेबाजी की काबिलियत का बेहतरीन प्रदर्शन किया। अश्विन ने बांग्लादेश के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया और संयम से खेलते हुए अपनी सेंचुरी पूरी की। उनकी इस पारी को लंबे समय तक याद किया जाएगा, क्योंकि यह सिर्फ एक शतक नहीं था, बल्कि उस समय आया जब टीम को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। अश्विन की 102 रन की नाबाद पारी ने बांग्लादेश के गेंदबाजों की योजना को पूरी तरह से विफल कर दिया।
रवींद्र जडेजा का धैर्य और योगदान: टीम के संकटमोचन
रवींद्र जडेजा भी इस मैच में किसी से कम नहीं थे। जडेजा ने अपनी 86 रन की नाबाद पारी के दौरान दिखाया कि वह सिर्फ एक बेहतरीन गेंदबाज ही नहीं, बल्कि एक महत्वपूर्ण बल्लेबाज भी हैं। उन्होंने अश्विन के साथ 195 रन की साझेदारी करते हुए टीम को 339/6 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। जडेजा का धैर्य और समझदारी से खेलना, टीम इंडिया को एक बार फिर मुश्किल परिस्थिति से निकालने में काम आया।
बांग्लादेश के गेंदबाजों की रणनीति हुई फेल
बांग्लादेशी गेंदबाजों ने मैच की शुरुआत में शानदार प्रदर्शन किया और भारतीय टीम के शुरुआती विकेट झटक लिए। हसन महमूद ने अपनी घातक गेंदबाजी से रोहित, कोहली, और गिल जैसे दिग्गज बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। हालांकि, बांग्लादेश की टीम ने जैसे ही सोचा कि उन्होंने मैच पर पूरी तरह से पकड़ बना ली है, अश्विन और जडेजा की जोड़ी ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। बांग्लादेशी कप्तान और गेंदबाज इस साझेदारी को तोड़ने के लिए हरसंभव प्रयास करते रहे, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली। उनके गेंदबाजों की रणनीति पूरी तरह से विफल हो गई।
दिन का खेल खत्म: भारत का मजबूत स्कोर
दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 6 विकेट के नुकसान पर 339 रन बना लिए थे। अश्विन 102 और जडेजा 86 रन बनाकर नाबाद रहे। भारतीय टीम की स्थिति अब बेहद मजबूत नजर आ रही है और बांग्लादेशी गेंदबाजों के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी है। अब देखना यह होगा कि अगले दिन का खेल किस दिशा में जाता है और क्या बांग्लादेशी टीम वापसी कर पाती है या फिर अश्विन और जडेजा की जोड़ी और भी ज्यादा नुकसान पहुंचाती है।
निष्कर्ष: टेस्ट क्रिकेट का असली रोमांच
यह मैच दिखाता है कि टेस्ट क्रिकेट क्यों सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण और रोमांचक फॉर्मेट माना जाता है। एक पल में खेल किसी भी दिशा में जा सकता है। अश्विन और जडेजा की यह साझेदारी भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक खास जगह रखेगी। चेन्नई की पिच पर जिस तरह से इन दोनों ऑलराउंडर्स ने खेल का नक्शा बदला, वह बांग्लादेश के लिए एक बड़ा सबक है।
भारत का यह प्रदर्शन दर्शाता है कि टीम में केवल स्टार बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि हर खिलाड़ी मैच का नायक बन सकता है। आने वाले दिनों में इस साझेदारी को याद किया जाएगा और अश्विन और जडेजा की यह पारी भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में लंबे समय तक जीवित रहेगी।
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