Indian Stock Market 13 Jan 25 - भारतीय शेयर बाजार की जानकारी

Indian Stock Market 13 Jan 25, Stock Market, Share Market, Stock News, Stock Update, Stock news Update, Sensex, Nifty, Bank Nifty



बाजार अपडेट(Indian Stock Market 13 Jan 25): वैश्विक आर्थिक चिंताओं के बीच सेंसेक्स, निफ्टी और बैंक निफ्टी में गिरावट - आगामी दिनों के लिए निवेश रणनीतियाँ

Indian Stock Market 13 Jan 25
Indian Stock Market 13 Jan 25

आज(
Indian Stock Market 13 Jan 25) शाम सेंसेक्स 1049 अंक गिरकर लगभग 76330 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 345 अंक गिरकर लगभग 23086 पर बंद हुआ। वहीं बैंक निफ्टी 693 अंक गिरकर लगभग 48041 पर बंद हुआ।

दोस्तों, ब्लॉग शुरू करने से पहले आप सभी और आपके परिवार को हैप्पी भोगी और हैप्पी संक्रांति की शुभकामनाएं।

अब सेंसेक्स, निफ्टी, बैंक निफ्टी, स्मॉल कैप और मिड कैप की बात करें, तो ये करीब 4% तक गिरे। अगर आपका पोर्टफोलियो आज 4% से कम गिरा है, तो यह एक बड़ी बात है। जो लोग स्मॉल कैप और मिड कैप में निवेश कर रहे हैं, उनके लिए यह दिन महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

आज लार्ज कैप में निवेश करने वालों के लिए हालात कठिन रहे। मेटल सेक्टर में 6.5% की गिरावट देखी गई, रियल एस्टेट सेक्टर में लगभग 4% की गिरावट हुई। सरकारी कंपनियों से जुड़े इंडेक्स में लगभग 3.5% की गिरावट दर्ज की गई। तेल और गैस, पीएसयू बैंक और ऑटो सेक्टर में भी कम से कम 3% की गिरावट देखी गई।

अगर आपका पोर्टफोलियो आज 3% से कम नुकसान में बंद हुआ है, तो इसे कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।

मेरे नजरिए से, मार्केट में आज 4.5% की गिरावट देखी गई, लेकिन यह बाद में लगभग 4% पर आकर बंद हुई। आपका पोर्टफोलियो आज कितना गिरा और किस स्टॉक ने आपको सबसे ज्यादा नुकसान दिया? आपके किस स्टॉक का सबसे ज्यादा प्रतिशत गिरा? मेरे पोर्टफोलियो में कुछ स्टॉक्स 10% तक गिर गए। आपके पोर्टफोलियो में क्या गिरावट रही और क्या कोई स्टॉक पॉजिटिव में बंद हुआ? कमेंट सेक्शन में अपनी राय साझा करें।

पोर्टफोलियो अपडेट:

आज हमारा पोर्टफोलियो सबसे दिलचस्प जोन में है।
हम हर ब्लॉग में यह चर्चा करते हैं कि जब भी मार्केट गिरता है, इसका एक मुख्य कारण होता है: डॉलर इंडेक्स, बॉन्ड यील्ड और भारतीय रुपये का अवमूल्यन।

मैंने हाल ही में एक ब्लॉग लिखा था जिसमें कहा गया था कि बड़ी गिरावट आखिरी मौका हो सकती है। हमें इस दर्द के लिए तैयार रहना चाहिए।

आने वाले समय में जब 20 जनवरी को ट्रंप राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे, तो फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों को लेकर बयानबाजी के कारण मुद्रास्फीति बढ़ने का डर है। इसके कारण अमेरिकी बॉन्ड यील्ड लगभग 4.8% के स्तर पर पहुंच गई है।

डॉलर इंडेक्स भी 110 के ऊपर चला गया है।
आज हमारा रुपया 0.6% तक कमजोर हुआ।
भारतीय मुद्रा में पिछले दो वर्षों में यह सबसे बड़ा एक दिवसीय नुकसान है।

यह कमजोर रुपया एफआईआई को भारतीय बाजार से पैसा निकालने के लिए मजबूर करता है।
इसका प्रभाव:

  • विदेशी निवेशकों के लिए कमजोर मुद्रा और डॉलर की मजबूती से नुकसान।
  • बाजार में बिकवाली का दबाव।

क्या कारण है इस गिरावट का?

  1. अमेरिकी जीडीपी और आईएसएम सर्विस डेटा मजबूत।
  2. फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों का कम होना।
  3. डॉलर की मजबूती और भारतीय रुपये का कमजोर प्रदर्शन।

ट्रंप के शपथ ग्रहण और जयशंकर की अमेरिका यात्रा जैसे महत्वपूर्ण घटनाक्रम भी इस समय चर्चा में हैं। इन सबके बीच, भारतीय बाजार पर इन कारकों का प्रभाव पड़ा है।

जॉब डेटा के विश्लेषण पर:
अगर अपेक्षित जॉब डेटा 1,60,000 से 2,56,000 के बीच था और लगभग 1 लाख जॉब्स उससे अधिक आए, तो यह शुक्रवार को मैं सभी को अपने टेलीग्राम चैनल पर जानकारी देने की कोशिश कर रहा था। शनिवार को ब्लॉग ओपनिंग में भी मैंने संकेत दिया था कि निफ्टी इस जॉब डेटा की वजह से 200 पॉइंट ऊपर खुल सकता है। इसका कारण यह है कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था पहले से ही मजबूत और सकारात्मक स्थिति में है।

कमजोर जॉब डेटा आने से फेडरल रिजर्व को ब्याज दरें घटाने के लिए सोचना पड़ता, लेकिन अगर जॉब डेटा मजबूत है, तो फेडरल रिजर्व के पास ब्याज दरें घटाने का कोई तर्क नहीं होगा। अब अगर वे दरें घटाते हैं, तो लोग उन्हें "पागल" कह सकते हैं, क्योंकि अर्थव्यवस्था मजबूत है, जॉब डेटा अच्छा है, और मुद्रास्फीति बढ़ रही है।

फेडरल रिजर्व और ब्याज दरें:

अब बाजार को यह स्पष्टता मिल गई है कि जनवरी में फेड द्वारा ब्याज दरें घटाने की संभावना लगभग 90% नहीं है। इस बार कोई बदलाव होने की संभावना नहीं है। मार्च में भी ब्याज दर घटाने की संभावना कम है, क्योंकि डेटा अभी भी मजबूत है।

बाजार पर प्रभाव:

मजबूत जॉब डेटा से यह साफ है कि आने वाले समय में भी जॉब डेटा अच्छा रहेगा। लेकिन इसके साथ ही बाजार में यह डर बढ़ रहा है कि मार्च तक भी ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं होगी। फेड के सदस्यों के तर्क और उनकी राय को देखते हुए यह संभावना बढ़ रही है कि ब्याज दरें इस बार नहीं घटेंगी। इसके चलते बाजारों में गिरावट की आशंका है।

महत्वपूर्ण कारण:

अब तक हमने अतीत की बात की है, जो किसी भी वित्तीय प्लेटफ़ॉर्म पर देखी जा सकती है। लेकिन मेरे कुछ अनुमान हैं जो महत्वपूर्ण हैं। मैंने इस तरह की परिस्थितियों को कई बार देखा है।

जब किसी घटना के कारण बाजार डरता है, डॉलर मजबूत होता है, या बॉन्ड यील्ड बढ़ती है, तो बाजार आमतौर पर उस घटना के दिन या उसके एक हफ्ते के भीतर स्थिर हो जाता है।

बाजार के निचले स्तर की संभावना:

मेरा मानना है कि 20 जनवरी के आसपास, जब डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे, तब बाजार अपने निचले स्तर पर आ सकता है। उस दिन या उसके एक-दो दिन के अंदर बाजार स्थिर हो सकता है।

अगर ट्रंप शपथ के बाद कोई बड़े फैसले लेते हैं, जैसे किसी देश पर कर बढ़ाना या नीतियों में बदलाव करना, तो इससे बाजार में और गिरावट आ सकती है। लेकिन ज्यादातर मामलों में, बाजार की अपेक्षाएं सही साबित होती हैं।

भारत में घटनाक्रम:

भारत में इस समय एम्फी (AMFI) और म्यूचुअल फंड एसोसिएशन टैक्स बढ़ाने के खिलाफ प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। हालांकि, अगर टैक्स 12.5% से बढ़कर 15% हो जाता है, तो यह बाजार पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।

20 जनवरी के आसपास बाजार स्थिर हो सकता है और उसके बाद बजट के समय से रिकवरी की उम्मीद है। लेकिन ये प्रभाव मध्यम और दीर्घकालिक हो सकते हैं।

निवेश की रणनीति:

अगर बाजार 22,500 से 22,700 के स्तर तक गिरता है, तो मैं अपने शेष निवेश को बाजार में लगाने की कोशिश करूंगा। बाजार वर्तमान में उचित मूल्यांकन पर है, न तो महंगा है और न ही सस्ता।

दोस्तों, मैंने कल के ब्लॉग में कहा था कि दर्द के लिए तैयार रहें। मैंने यह नहीं कहा कि बाजार सकारात्मक होगा, लेकिन यह गिरावट अंतिम हो सकती है।

ब्लॉग पोस्ट: फरवरी 2024 और स्मॉल कैप इनवेस्टमेंट्स पर गहन विश्लेषण

स्मॉल कैप 100 चार्ट का विश्लेषण:
इससे पहले कि हम इसके बारे में बात करें, यह स्मॉल कैप 100 का चार्ट दिखा रहा है। लगभग 5 फरवरी 2024 के आसपास। यह 5 फरवरी 2024 कहां है? मैं पोर्टफोलियो और स्मॉल कैप्स से संबंधित क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं। मैंने इन ज़ोन को ध्यान में रखते हुए मार्केट के विश्लेषण में शामिल किया है और इसे आपके साथ साझा कर रहा हूं क्योंकि तर्क के अनुसार, बाजार इन क्षेत्रों में आ सकता है।

मुझे पहले यह उम्मीद नहीं थी, लेकिन अब संकेत मिल रहे हैं कि बाजार फरवरी 2024 की शुरुआत में यहां आ सकता है। हालांकि, सभी स्थितियां बहुत संवेदनशील हैं। मुझे शक है कि बाजार इससे अधिक गिरेगा। इसे अभी न छुएं।

महत्वपूर्ण सपोर्ट स्तर:

एक और महत्वपूर्ण स्तर है, जहां बाजार ने कई बार सपोर्ट लिया है—एक बार नहीं, दो बार नहीं, बल्कि लगभग तीन बार। यह 14,200 के आसपास का स्तर है। स्मॉल कैप इंडेक्स या स्मॉल कैप्स में निवेश के लिए यह एक मजबूत स्तर हो सकता है।

जो निवेशक इस क्षेत्र को बाजार में एक मूल्यवान ज़ोन मानते हैं, वे इसे अवसर के रूप में देख सकते हैं। हालांकि, इसके बाद एक और स्तर है, लेकिन जैसा कि मैंने देखा है, बाजार शायद ही इस बिंदु तक आएगा जब तक कि वैश्विक स्तर पर कुछ बड़े घटनाक्रम न हों।

वैश्विक परिदृश्य और बाजार:

हमें नहीं पता कि वैश्विक स्तर पर क्या होगा, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में, अगर बाजार इन बिंदुओं तक आता है, तो यह एक अवसर हो सकता है। बाजार के अंत में बिक्री हो सकती है या भारी छूट पर कुछ संपत्तियां उपलब्ध हो सकती हैं।

अगर आप इस समय कुछ ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म खरीदने का इंतजार कर रहे हैं, तो यह सही समय हो सकता है। स्क्रीन पर दिखाए गए डेटा के अनुसार, कुछ इंडेक्स पहले ही 10%, 15% या 20% तक गिर चुके हैं। उदाहरण के लिए, नेक्स्ट 50 जूनियर बीज़ लगभग 20% तक गिर गया है।

निवेश की रणनीति:

अगर बाजार आगे गिरता है और इन क्षेत्रों में आता है, तो यह एक महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो स्तर होगा। बड़े कैप स्पेस, म्यूचुअल फंड्स, और ईटीएफ में निवेश करने वालों के लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है।

निफ्टी के आधार पर, मुझे 22,000 से 22,700 का क्षेत्र सबसे महत्वपूर्ण सपोर्ट स्तर दिखता है। अगर यह स्तर आता है और मेरे पास पैसा होता है, तो मैं म्यूचुअल फंड्स और ईटीएफ में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की कोशिश करूंगा।

स्मॉल और मिड कैप्स के लिए सुझाव:

स्मॉल और मिड कैप्स में निवेश करने वाले निवेशकों को इन ज़ोन्स पर ध्यान देना चाहिए। यह बड़े कैप म्यूचुअल फंड्स और ईटीएफ निवेशकों के लिए भी मूल्यवान ज़ोन्स हो सकते हैं।

कोस्मिक प्रभाव और बाजार:

दोस्तों, मैं आमतौर पर इन चीजों पर विश्वास नहीं करता, लेकिन सोशल मीडिया पर यह भी चर्चा हो रही है कि कोस्मिक इन्फ्लुएंस के कारण बाजार में 3-4% गिरावट के बाद, अगले छह महीनों में यह लगभग 8% बढ़ सकता है।

स्क्रीन पर मैंने Samco का एक शोध डेटा साझा किया है, जिसमें यह दिखाया गया है कि कुंभ मेले के दौरान स्टॉक मार्केट कितना गिरा और उसके छह महीने बाद कितना बढ़ा। कुछ विश्लेषक इस डेटा को बाजार से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।

अमेरिका के रूस पर प्रतिबंध और कच्चे तेल के बढ़ते दाम का प्रभाव

इस गिरते हुए बाज़ार के बीच सबसे चर्चित विषय अमेरिका द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंध हैं। पिछले दो ट्रेडिंग सेशन्स में, जैसे कि शुक्रवार और आज, ब्रेंट क्रूड लगभग 5% बढ़कर $80 के ऊपर पहुँच गया है। यह भारतीय इक्विटी बाजारों के लिए अच्छी खबर नहीं है।

हालांकि, इस स्थिति में एक सकारात्मक पहलू है। औद्योगिक उत्पादन (IIP) डेटा नवंबर महीने के लिए 5.2% के करीब रहा, जो पिछले छह महीनों का उच्चतम स्तर है। यह इंगित करता है कि भारत कई क्षेत्रों में अपेक्षाओं से बेहतर प्रदर्शन करेगा। आज का सीपीआई डेटा (महंगाई दर) अपडेट होगा, और यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह क्या संकेत देता है।

बाजार के गिरने और रिकवरी की संभावनाएं

जब बाजार बहुत कम समय में इतनी तेजी से गिरता है, तो रिकवरी की संभावनाएं हमेशा होती हैं। हालांकि, हर बार जब बाजार गिरने के बाद बढ़ता है, तो यह पिछले लो (निम्नतम स्तर) से भी नीचे नए लो बना देता है।

इसका मतलब है कि अगर बाजार इस बार फिर गहराई से गिरता है, तो एक तेज रिकवरी संभव है। लेकिन जब तक बाजार हाल ही के उच्च स्तर को पार नहीं करता और उसके ऊपर बंद नहीं होता, तब तक इसे असली रिकवरी मानना गलत होगा।

संक्षिप्त अवधि में गलत समय पर निवेश करने के जोखिम

जब बाजार ओवरसोल्ड होता है, तो निफ्टी में 200-300 अंकों की उछाल देखी जा सकती है। लेकिन असली सवाल यह है कि क्या बाजार महत्वपूर्ण प्रतिरोध स्तर को पार कर सकता है और उसके ऊपर बंद हो सकता है।

अगर बिना पुष्टि के बाजार में जल्दबाजी में निवेश किया जाए, तो यह बहुत बड़ा नुकसान कर सकता है। इस बात को ध्यान में रखना जरूरी है कि बाजार से लंबे समय में पैसा बनाया जा सकता है, लेकिन कम समय में इसे नियंत्रित करना मुश्किल है।

निवेशकों के लिए संदेश

लंबी अवधि में बाजार जरूर बढ़ेगा। इसलिए, बाजार से नफरत करने के बजाय, इसे समझने की कोशिश करें। बाजार केवल उन्हीं को इनाम देता है जो हर स्तर पर खुद को मजबूत करते हैं। यह प्रक्रिया क्रिकेट के खेल जैसी है, जहां केवल मजबूत खिलाड़ी अंत में कप जीतते हैं।

यहां आप बाजार से नहीं, बल्कि उन नुकसानों से लड़ रहे हैं जो बाजार आपके सामने रख रहा है।

ग्लोबल कारक और निवेश रणनीति

डॉलर इंडेक्स, भारतीय रुपये की स्थिति, और डोनाल्ड ट्रंप की आगामी नीतियां सभी अल्पकालिक घटनाएं हैं। यह एक या दो साल तक प्रभाव डाल सकती हैं, लेकिन रिकवरी को तुरंत दिनों में होने की उम्मीद करना गलत है।

इसलिए, वर्तमान बाजार परिदृश्य को समझें और सोच-समझकर निर्णय लें। यदि आपके पास इस गिरावट के दौरान पैसा है, तो इसे निवेश करने पर विचार करें, अन्यथा इसे भविष्य के लिए सुरक्षित रखें।

FIS की बिकवाली और भारतीय बाजार पर असर

जो भी कारण हो, लेकिन FIS की बिक्री का अंतिम प्रभाव हमारे बाजार पर पड़ रहा है। महीने दर महीने, FIS भारतीय इक्विटी बाजार में अब तक 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री कर चुके हैं। यह बाजारों के लिए एक बड़ा नकारात्मक घटनाक्रम है।

हालांकि, FIS की बिकवाली में बदलाव देखा गया है, लेकिन उनके बेचने के कारण अभी भी मौजूद हैं। अमेरिकी बाजार मजबूत हो रहा है, और अगर डोनाल्ड ट्रंप फिर से सत्ता में आते हैं, तो सभी धनराशि डॉलर में प्रवाहित हो रही है। यह भारतीय रुपये को कमजोर कर रहा है और यहां के फंड्स को पीछे हटने पर मजबूर कर रहा है।

डॉलर का दबदबा और बाजार में दबाव

डॉलर की मजबूती और रुपया कमजोर होने के कारण FIS की बिकवाली बढ़ रही है। माना जा रहा है कि ट्रंप के शपथ ग्रहण के पहले सप्ताह में सभी अनिश्चितताएं दूर हो जाएंगी।

हालांकि, भारतीय बाजारों में बड़ी कंपनियों (लार्ज कैप्स) के तिमाही नतीजे (Q3) पिछली तिमाही (Q2) से बेहतर होने की उम्मीद है। इससे बाजार को स्थिरता मिल सकती है। आगामी बजट में निवेशकों को निराश नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसका असर पूरे 2025 पर पड़ सकता है।

बाजार में रिकवरी और सतर्कता की जरूरत

आज के बाजार में FIS ने करीब 4892 करोड़ रुपये की बिक्री की है, जबकि DIS ने लगभग 8000 करोड़ रुपये की खरीदारी की है। इसका मतलब है कि DIS निचले स्तरों पर खरीदारी कर रहा है, जबकि FIS और अन्य बड़े खिलाड़ी भारी बिकवाली कर रहे हैं।

बाजार में किसी भी रिकवरी को वास्तविक मानने से पहले सतर्क रहना चाहिए। अक्सर ऐसा देखा गया है कि ज्यादा बिकवाली (overselling) के बाद होने वाली रिकवरी भी बाजार को गिरने से नहीं रोक पाती। जब तक बाजार किसी महत्वपूर्ण स्तर को पार करके बंद नहीं होता, तब तक इसे अस्थायी ही समझा जाना चाहिए।

NSE FIS डेटा अपडेट

नवीनतम डेटा के अनुसार, FIS ने आज भारतीय इक्विटी बाजार में करीब 4892 करोड़ रुपये की बिक्री की है। वहीं, DIS ने लगभग 8000 करोड़ रुपये की खरीदारी की है।

इस डेटा से यह स्पष्ट है कि FIS की बिकवाली बाजार पर हावी है। हालांकि, कुछ बड़े निवेशक, जैसे HNI (हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स) और कॉरपोरेट हाउस भी अपनी होल्डिंग्स बेच रहे हैं। इसके चलते बाजार में दबाव बढ़ रहा है।

निवेशकों के लिए संदेश

जो लोग अल्पकालिक ट्रेडिंग या निवेश कर रहे हैं, उन्हें बाजार में अत्यधिक बिकवाली और अस्थायी रिकवरी के बीच फंसने से बचना चाहिए। बाजार के मौजूदा परिदृश्य को समझकर ही सही निर्णय लें।

भारतीय CPI महंगाई दर अपडेट

हाल ही में जारी CPI महंगाई दर 5.22% रही है, जो कि 5.3% के अनुमान के करीब है। यह एक बड़ी राहत की बात है, क्योंकि महंगाई दर अपेक्षाओं से बेहतर रही है। यह चौथा महीना है जब महंगाई दर अपेक्षाओं के भीतर बनी हुई है। हालांकि, हमें इसे हलके में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि यह देखना जरूरी है कि समय के साथ अपेक्षाएं किस तरह बदलती हैं। वास्तविक महंगाई दर 5.22% को 5.3% के अनुमान से तुलना करते हुए, यह बाजार के लिए सकारात्मक संकेत है।

औद्योगिक उत्पादन (IP) डेटा भी अच्छा है, जो सकारात्मक महंगाई के आंकड़ों के साथ मिलकर समग्र स्थिरता का संकेत दे रहा है। हालांकि, घरेलू स्तर पर एकमात्र नकारात्मक पहलू रुपया है, जो और कमजोर होने की संभावना है। इसके बावजूद, हाल के अपडेटों से कुछ सकारात्मक विकास के संकेत मिल रहे हैं, जिनमें आर्थिक संकेतकों में सुधार के संकेत हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ब्याज दरों में कटौती पर विचार कर सकता है, विशेषकर यदि अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती जारी रहती है। इससे भारत में भी ब्याज दरों में कटौती हो सकती है।

बाजार की जानकारी: पीटर लिंच की जानकारी

बाजार की जानकारी पर बात करने से पहले, आइए हम पीटर लिंच द्वारा साझा की गई एक महत्वपूर्ण बाजार मनोविज्ञान के बारे में जानें। उनके अनुसार, ऐतिहासिक बाजार डेटा से यह स्पष्ट है कि गिरावट अनिवार्य हैं। पिछले 93 वर्षों में, बाजार में 50 बार 10% या उससे अधिक की गिरावट आई है, जो लगभग हर दो साल में एक बार होती है। इन गिरावटों को "सुधार" कहा जाता है, और यह बाजार चक्र का हिस्सा होते हैं, इसलिए इसके लिए मानसिक रूप से तैयार रहना जरूरी है।

इसके अलावा, इन 50 गिरावटों में से 15 ने 25% या उससे अधिक की गिरावट देखी है, जिसे "भालू बाजार" कहा जाता है, जो हर छह साल में एक बार होता है। मुख्य संदेश यह है कि बाजार कभी-कभी नीचे जाते हैं, और इसके लिए तैयार रहना जरूरी है। एक निवेशक के रूप में, यदि आप अपने निवेश किए गए कंपनियों के बारे में समझते हैं, तो आपको जब स्टॉक की कीमत गिरे तो चिंता नहीं करनी चाहिए। यदि आपको कंपनी की बुनियादी बातों पर विश्वास है, तो कम कीमतों पर खरीदारी करना लंबी अवधि के लाभ के लिए एक शानदार अवसर हो सकता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई स्टॉक ₹14 से ₹6 तक गिरता है, तो यह एक अपूर्व खरीदारी अवसर हो सकता है, जिसके बाद स्टॉक ₹22 तक जा सकता है।

इसलिए, सकारात्मक मानसिकता रखना और दीर्घकालिक संपत्ति निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है। यदि आप यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि कहां निवेश करें, तो ठीक है, सही अवसर का इंतजार करना भी कोई बुरी बात नहीं है।

IPO स्टॉक्स अपडेट

हाल के दिनों में बाजार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। हालांकि, कुछ निवेशकों ने IPO से संबंधित घटनाक्रमों को नज़रअंदाज़ किया हो सकता है। कल एक महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि कई कंपनियों के लिए लॉक-इन अवधि समाप्त हो जाएगी। इससे निवेशकों को अपने शेयर बेचने का मौका मिलेगा। यदि आप इन कंपनियों में निवेश करने का सोच रहे हैं, तो लॉक-इन समाप्त होने के बाद के दिन की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर ध्यान दें। अक्सर, जब लॉक-इन अवधि खत्म होती है, तो एक सेल-ऑफ होता है, जिससे कीमतों में अस्थायी गिरावट आती है।

यह एक अच्छा खरीदारी अवसर पैदा कर सकता है, खासकर उन निवेशकों के लिए जो IPO स्टॉक्स को लंबे समय तक निवेश करने के लिए देख रहे हैं। अगर आप किसी IPO स्टॉक में निवेश नहीं कर रहे हैं, तो चिंता की बात नहीं है—यह सही समय हो सकता है कि आप विश्लेषण करें और संभावित स्टॉक्स को देखें। आगामी IPOs के लिए लॉक-इन अवधि पर नजर रखें और गिरावट होने पर खरीदारी के लिए तैयार रहें।

इंडसइंड बैंक: 

इस डेटा को ध्यान से देखें। इंडसइंड बैंक ने दिसंबर माह का शेयर होल्डिंग पैटर्न जारी किया है। यह कूद महत्वपूर्ण है क्योंकि MSCI सितंबर तिमाही में सिर्फ पांच बेसिस प्वाइंट्स से डाउन हुआ है। वेटेज में इस प्रकार का शामिल होना संभव नहीं था, लेकिन अब यह विदेशी निवेश की स्थिति बदल रही है, जिसके कारण MSCI को इंडसइंड बैंक के वेटेज को दोगुना करने का मौका मिल सकता है। इस प्रकार, आने वाले दिनों में लगभग 225 मिलियन डॉलर का फंड इंडसइंड बैंक में खरीदा जाएगा, और इसका डेट 28 फरवरी को होगा, जब री-बैलेंसिंग डेट 28 फरवरी होगी। अगर उस समय यह घोषणा की जाती है, तो यह बैंक के लिए अच्छा होगा, क्योंकि हमें विभिन्न वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। डेटा प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा। देखते हैं कि अगर 28 फरवरी को घोषणा की जाती है तो इसका स्टॉक से संबंधित क्या असर होगा। कुल मिलाकर, जो लोग इस डेटा में निवेश करना चाहते हैं, उन्हें इंडसइंड बैंक पर ध्यान से विचार करना चाहिए।

बायोकॉन लिमिटेड: 

अब हमें बायोकॉन के बारे में बात करनी है। बायोकॉन का एक महत्वपूर्ण फैसलिटी मलेशिया में है। सितंबर में अमेरिकी FDA निरीक्षण में लगभग पांच ऑब्जर्वेशन पाए गए थे और आधिकारिक कार्रवाई का संकेत था, लेकिन अब फिर से उस संदर्भ में, उनके आगे के निरीक्षण में कोई समस्या नहीं पाई गई है, केवल स्वैच्छिक कार्रवाई का संकेत दिया गया है, और अब अमेरिकी FDA का वर्गीकरण नकारात्मक से सकारात्मक में बदल रहा है। उनके मलेशिया स्थित फैसलिटी का निरीक्षण हो चुका है, और अगर नकारात्मक से सकारात्मक स्वीकृति मिल गई है, तो आने वाले समय में G Hotspot संबंधित लॉन्च होगा, इंसुलिन संबंधित बायोसिमिलर लॉन्च होगा। इसलिए हम बाजार में मजबूत अपडेट्स देख रहे हैं कि यह कंपनी मुनाफा कमाएगी, यह उनके लिए एक महत्वपूर्ण फैसलिटी है। अगर बायोसिमिलर रिलीज़ हो जाता है, तो बाजार में अच्छी बिक्री की उम्मीदें हैं, इसलिए यह एक बहुत मजबूत अपडेट है, लेकिन आज पूरे बाजार में सेल ऑफ हो रहा है, इस कारण से इसका असर स्टॉक की कीमत पर नहीं देखा जा रहा है।

केबल सेलिंग अपडेट्स: 

सोलर केबल्स, रबर केबल्स, कंट्रोल केबल्स, कम्युनिकेशन, ऑप्टिकल फाइबर, स्टेनलेस स्टील, हाउस वायर, फायर सर्वाइवल या रेजिस्टेंस केबल्स, कम्युनिकेशन केबल्स, स्पीकर केबल्स, टेलीफोन केबल्स जैसी केबल्स कई कंपनियों के लिए निर्मित की जाती हैं। तो अगर आप इस केबल्स स्पेस के खिलाड़ियों का विश्लेषण करना चाहते हैं, तो आप हमारा रिसर्च कर सकते हैं। वे एक बहुत दिलचस्प टेबल डाल रहे हैं, जो यह दिखाता है कि केबल और वायर से संबंधित कंपनियों की कितनी रेवेन्यू है और पिछले आठ वर्षों में इसका रेवेन्यू प्रतिशत क्या है। यह CAGR पर कैसे बढ़ेगा, उनके मार्जिन कैसे हैं, उनके एक्सपोर्ट्स क्या हैं, उनका असल उत्पाद पोर्टफोलियो क्या है, वे किस स्पेस में व्यापार कर रहे हैं—यह सब दिलचस्प है। आप इन्हें ऑप्टिकल केबल्स के संदर्भ में देख सकते हैं, अगर आप इन्हें देखना चाहते हैं, तो आप सोलर केबल्स या किसी अन्य प्रकार के केबल्स में किसी भी खिलाड़ी को देख सकते हैं। जब कोई खास थीम होती है, तो उस थीम को सीधे उन कंपनियों के साथ खेलने के बजाय, जिनके द्वारा इन केबल्स और वायर सप्लाई किए जाते हैं, उनके साथ खेलना एक महत्वपूर्ण बात है। उदाहरण के तौर पर, अपार, केबल, पॉलिकैप, KEI, फिनोलेक्स, हैवेल्स और अन्य कंपनियां, जिनके साथ आप बिजनेस कर रहे हैं, आप डेटा से अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

HCL टेक्नोलॉजीज लिमिटेड: 

HCL टेक्नोलॉजीज के नंबर भी शानदार हैं। तिमाही दर तिमाही (QoQ) तुलना में उनकी रेवेन्यू 3.6% बढ़ी है, मार्जिन सुधरे हैं और प्रॉफिटेबिलिटी में भी सुधार हुआ है, जो लगभग 8.4% है। उनके व्यापार वर्टिकल्स में IT और बिजनेस सर्विसेज, इंजीनियरिंग और R&D सर्विसेज और सॉफ़्टवेयर बिजनेस शामिल हैं। इस तिमाही में उम्मीद से बेहतर ग्रोथ दिख रही है और इस तिमाही में उन्होंने ₹18 का कुल डिविडेंड भी घोषित किया है। उनके नंबर्स बाजार की समग्र अपेक्षाओं के करीब हैं।

डिवी लैबोरेट्रीज़ लिमिटेड: 

डिवी लैब्स पर चर्चा करते हुए, हमें इंटरेस्ट और हार्ट ड्रग्स से संबंधित जानकारी मिली है। पहले यह कहा गया था कि डिवी API सप्लाई कर रहे थे, लेकिन अब कोर्ट के फैसले में बदलाव के बाद, डिवी लैब्स के लिए सकारात्मक अपडेट्स आ रही हैं। अगर यह ड्रग्स अच्छे होते हैं, तो डिवी लैब्स को भी अच्छा API से संबंधित व्यापार मिलेगा। यह एक सकारात्मक विकास है और कोर्ट के पिछले नकारात्मक फैसले में उलटफेर होने के कारण यह अपडेट डिवी लैब्स के लिए अच्छा होगा।

एपोलो माइक्रोसिस्टम्स लिमिटेड: 

पूरे बाजार में गिरावट के बावजूद अगर एक स्मॉल कैप कंपनी आज सकारात्मक नोट पर समाप्त होती है, तो वह एपोलो माइक्रोसिस्टम्स है। इसका मुख्य कारण यह है कि उन्होंने हाल ही में फंड्स जुटाए हैं और कहा कि वे इक्विटी शेयर जारी करेंगे और कन्वर्टिबल वॉरेंट्स जारी करेंगे, जो रक्षा संबंधित कैपेक्स के लिए होंगे। प्रमोटर्स ने भी इस फंड रेजिंग में भाग लिया है और शेयर खरीदे हैं। इन प्वाइंट्स पर प्रमोटर्स का निवेश इस कंपनी के लिए विश्वास पैदा करता है कि कंपनी को विकास होगा।

INTERAC LTD.:

इंटरएक लिमिटेड ने टाटा से 221 करोड़ रुपये का आदेश प्राप्त किया है। उनका एक सेमीकंडक्टर संबंधित कारख़ाना टाटा से जुड़ा हुआ है। यह निर्माण से संबंधित है, न केवल टाटा सेमीकंडक्टर और आगरथास ऊर्जा भंडारण समाधान से संबंधित है, बल्कि भारत में सबसे बड़ा है। वे अपडेट कर रहे हैं कि उन्हें गुजरात से लिथियम-आयन बैटरी यूनिट के लिए एक आदेश प्राप्त हुआ है। अब तक, जो वे कर रहे हैं, वह प्री-इंजीनियर्ड स्टील कंस्ट्रक्शन समाधान प्रदान करना है। वे इस व्यवसाय से संबंधित हैं, और हाल ही में उनका आईपीओ आया था। अगर कोई जल्दी से मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं का निर्माण करना चाहता है, तो वे उनके साथ गठजोड़ करना चाहते हैं और परियोजनाओं को आसानी से पूरा करना चाहते हैं। वे अपडेट कर रहे हैं कि ये आदेश टाटा और आगरथास ऊर्जा भंडारण समाधान से प्राप्त किए गए हैं।

JUSTDIAL LTD.:

इस बार JustDial ने 30.1% के मार्जिन बनाए हैं, जो अब तक का सबसे ऊंचा है। जब मार्जिन सबसे ऊंचे होते हैं, तो अगर राजस्व अपेक्षित रूप से बढ़े, तो वे बहुत अच्छा लाभ दर्ज करते हैं, लेकिन ऐसी वृद्धि के बिना, अन्य आय में भी कमी आ रही है। एक और बात जो समझ में नहीं आती है, वह यह है कि वे अपनी नकद आरक्षित राशि को बहुत मजबूत बनाए रखते हैं। एक कंपनी जिसका बाजार पूंजीकरण 7500 करोड़ रुपये है, उसके पास 5000 करोड़ रुपये नकद कैसे हो सकते हैं? क्या इसका मतलब यह है कि वे उस नकद से बहुत कुछ कर सकते हैं? आप मजबूत आगे बढ़ने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन वे मजबूत नकद आरक्षित रखते हैं। अगर हम कंपनी के वर्तमान बाजार पूंजीकरण को देखें, तो 7600 करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण वाली कंपनी के पास लगभग 5000 करोड़ रुपये नकद होने चाहिए और हमें यह देखना होगा कि क्या वे निकट भविष्य में कोई व्यापार संबंधित अपडेट करेंगे, लेकिन बस नकद को बैलेंस शीट में रखना आदर्श नहीं है। जो निवेशक ताकत चाहते हैं, लेकिन विकास से संबंधित, वे नकद आरक्षित राशि को देखकर निराश हो सकते हैं जब कोई घोषणा नहीं होती है।

D-Mart:

अब हमें D-Mart के नंबरों पर बात करनी चाहिए। अगर आप वर्ष दर वर्ष तुलना देखें, तो कुल आय पहले 13605 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 15996 करोड़ रुपये हो गई है। भारी वृद्धि हुई है, लेकिन इन खर्चों में भी कुछ बढ़ोतरी देखी गई है। आपने देखा होगा कि खर्चों में वृद्धि हुई है, उन्होंने अधिक डिस्काउंट दिए हैं, जबकि स्टोर विस्तार से संबंधित खर्चों के कारण मार्जिन घट रहे हैं। वर्ष दर वर्ष तुलना में लाभप्रदता में मजबूत वृद्धि हो रही है, और हाल ही में जो व्यापार डेटा उन्होंने दिया है, वह राजस्व के हिसाब से बहुत अच्छा रहा है, जिससे स्टॉक में करीब 10% की वृद्धि हुई है, लेकिन मार्जिन घटने के कारण बाजार को यह पसंद नहीं आया। इस बीच, जो व्यक्ति इस कंपनी का नेतृत्व कर रहे थे, नरो, उन्होंने अपनी स्थिति से इस्तीफा दे दिया है और अनशुल अब यूनिलीवर के थाईलैंड हेड के रूप में अपनी जगह लेंगे। उन्हें यूनिलीवर में लगभग 30 वर्षों का अनुभव है, इसलिए कंपनी उन्हें D-Mart के CEO के रूप में ला रही है।

निफ्टी और बैंक निफ्टी का मुख्य अपडेट:

अब निफ्टी और बैंक निफ्टी के सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों की बात करें, तो यदि निफ्टी वर्तमान स्तरों से नीचे जाता है तो 22950 और 22860 के स्तर के आसपास सपोर्ट मिलेगा। ऊपर की ओर 23130 और 23270 तक रेजिस्टेंस होगा। बैंक निफ्टी की बात करें तो यदि वर्तमान स्तरों से नीचे जाता है तो 47820 और 47630 के स्तर के आसपास सपोर्ट मिलेगा। ऊपर की ओर 48190 और 48470 तक रेजिस्टेंस हो सकता है।

हमारे समुदाय में शामिल हों और नवीनतम अपडेट्स, समाचार और जानकारी प्राप्त करें!

टेलीग्राम पर हमारे साथ जुड़ें: https://t.me/FinanceNewsInd
व्हाट्सएप पर हमारे साथ जुड़ें: https://whatsapp.com/channel/0029Va8gMVI9cDDjjNUiqE2H
हमारी वेबसाइट पर जाएं: https://digitaltechfactsindia.blogspot.com/

हमारे साथ जुड़कर आप नवीनतम समाचार, अपडेट्स और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं जो आपके लिए महत्वपूर्ण हैं!

आइए और हमारे समुदाय का हिस्सा बनें!






COMMENTS

Name

BUSINESS INTELLIGENCE,133,BUSINESS UPDATES,159,Chhattisgarh News,5,Dashahara,1,Freedom Fighter,25,ganesh chaturthi,2,HEALTH AND FOOD,17,India Stock Market,59,Indian Stock Update,47,INSPIRATION STORIES,153,KNOWLEDGE,66,Latest Stock Market,50,Maharashtra News,4,NEWS,183,PHOTOS,2,POWER OF BRAIN,16,QUOTES,1,SCIENCE TECHNOLOGY,15,Share Market Update,54,SPACE & SCIENCE TECHNOLOGY,46,SPIRITUAL,20,Stock Market,43,TECH,14,Telengana News,3,TIPS AND TRICKS,14,Vijayadashami,1,What Is Today,14,
ltr
item
Digital News Information: Indian Stock Market 13 Jan 25 - भारतीय शेयर बाजार की जानकारी
Indian Stock Market 13 Jan 25 - भारतीय शेयर बाजार की जानकारी
Indian Stock Market 13 Jan 25, Stock Market, Share Market, Stock News, Stock Update, Stock news Update, Sensex, Nifty, Bank Nifty
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgAJGIn84YQEU1P4eaeU7oFs3pgkdIZ00yZCe8qYgTV-_MvMcDBfRKQN3Xxx6j_4ANHjUCe54mygPhiT9ufZYeyP-DO2RNd88j3MTYgya0FD-cGpFb_woqavW8ofMFcbhSF_jd1IWCiyjcNXTUcGUzRE71UrZeimpHocPSxyPovaE33Sg1vtGu9amkUT5Q/w640-h360/13%20jan%2025%20Hindi.png
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgAJGIn84YQEU1P4eaeU7oFs3pgkdIZ00yZCe8qYgTV-_MvMcDBfRKQN3Xxx6j_4ANHjUCe54mygPhiT9ufZYeyP-DO2RNd88j3MTYgya0FD-cGpFb_woqavW8ofMFcbhSF_jd1IWCiyjcNXTUcGUzRE71UrZeimpHocPSxyPovaE33Sg1vtGu9amkUT5Q/s72-w640-c-h360/13%20jan%2025%20Hindi.png
Digital News Information
https://digitaltechfactsindia.blogspot.com/2025/01/indian-stock-market-13-jan-25.html
https://digitaltechfactsindia.blogspot.com/
https://digitaltechfactsindia.blogspot.com/
https://digitaltechfactsindia.blogspot.com/2025/01/indian-stock-market-13-jan-25.html
true
4161959598098244992
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS CONTENT IS PREMIUM Please share to unlock Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy